ट्रांसक्रिप्ट में दिए गए वाक्यों को मैं एक ब्लॉग पोस्ट में तब्दील करूंगा और हिंदी भाषा में अनुवाद करूंगा। सामग्री को समूहों में वर्गीकृत करेंगे और प्रत्येक समूह के लिए एक उपशीर्षक (HTML-h2) बनाएंगे।
संगीत
बिना आपकी मन्नत करे मैं क्यों ग़ुस्सा होती हूँ?
मैं रवीर जी की कॉफी बनाऊंगी आज से मैं चाय बनाऊंगी ना मैं बात करूंगी क्यों गुसा?
तमीज होती है बात करने की मैं नहीं करूंगी बात उनसे।
अपनी हदबदाहट और विचारधारा
खम गुस्सा मत, हो मुंह में जो आता है ना वो बोल देते हैं।
हाथ सोचना भी तो चाहिए, कोई लड़की बैटी है कोई नहीं रो मत ना आपसे मैं वो नहीं।
हूँ बच्चा, दिल पर नहीं लेना लड़की है तो क्या हुआ।
अपन भी हिम्मत रखते हैं ना अपन भी त रख
नहीं बोला था उन्होंने, उनके मुंह में आया।
उन्होंने बोल दिया, कहावत है “आप बात करो, आपको ड़ो रो।”
समाप्ति
संगीत
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